रविवार, 24 मार्च 2013

रंग हुए बदरंग..!!

रंग हुए बदरंग भरे  सत्ता की पिचकारी में ,
इक ही रंग दिखे इस, राजनीती की क्यारी में। 

हर तरफ है ''काला ''बाजारी ,हर तरफ एक  घोटाला है ,
अपने स्वार्थ के चक्कर में  किया अपना  मुहं काला  है। 

'कमलेश 'मनाएगी जनता जब वोटों की होली से ,
मिल जायेगा इन सबको ज़वाब, भारत की जनता 'भोली 'से।।

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